Jan Lekhak Sangh (Central Office), Dr.Madhepuri Marg, Ward No.- 1, Madhepura, Bihar, Pin- 852113
Jan Lekhak Sangh (Central Office), Dr.Madhepuri Marg, Ward No.- 1, Madhepura, Bihar, Pin- 852113
Bhartiya Jan Lakhak Sangh (BJLS) Registered Organisation located at Dr.Madhepuri Marg, Madhepura.
A scene of B.J.L.S Uttar Pradesh First State conference organised on 9.7.2017, From (L to R) – Smt. Vinita Kushwaha (Faizabad), Dr.Jai Prakash Kardam (New Delhi) , Former Governor of Arunachal Pradesh, Dr.Mata Prasad, National Vice-President Dr.Lalti Devi & Rastriya Mahasabha Sri Mahendra Narayan Pankaj (Bihar).
Events Gallery
दिनांक 14/05/2022को जन लेखक संघ उत्तरप्रदेश के सदस्यों की बैठक मान्यवर सरस्वती प्रसाद रावत की अध्यक्षता में उनके आवास पर बैठक सम्पन्न हुई। इस बैठक में जन लेखक संघ ( रजिस्टर्ड) के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर महेन्द्र नारायण पंकज भी पर्यवेक्षक के रूप में उपस्थित होकर उन्होंने कहा कि बहुजन साहित्य आज के समय की मांग है। बाबासाहब अम्बेडकर के सिद्धांतों के को समाज में प्रचारित कर सामाजिक लोकतंत्र की स्थापना हो सकती है । 84 पुस्तकों के लेखक एच एल दुसाध ने कहा कि साम्प्रदायिक ताकत को शिकस्त देकर ही बहुजन साहित्य की स्थापना हो सकती है ।इस बैठक में प्रेमचंद जयन्ती के दिन जन लेखक संघ उत्तरप्रदेश प्रदेश का द्वितीय राज्य सम्मेलन कराने का निर्णय लिया गया । बैठक में एक तदर्थ उत्तरप्रदेश राज्य कमिटी का गठन किया गया । जिसमें सरस्वती प्रसाद रावत को राज्य अध्यक्ष, सुरेश कुमार राजवंशी को राज्य संयोजक,प्रोफेसर मोहम्मद ओसामा एवं मिथिलेश कुमार को सह संयोजक ,डॉक्टर यशवंत सिंह, नवीन बैसाखी को कार्य समिति सदस्य निर्वाचित किया गया ।बैठक में सरस्वती प्रसाद रावत की पुस्तक काव्य प्रबोधनी का लोकार्पण वंचित समाज के वरिष्ठ अन्तराष्ट्रीय लेखक एच एल दुसाध एवं जन लेखक संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉक्टर महेन्द्र नारायण पंकज और मंचासिन लेखकों ने संयुक्त रूप से किया ।
अन्तर्राष्ट्रीय लेखक, 84पुस्तकों के लेखक महाविद्वान मान्यवर एच एल दुसाध जी और लखनऊ के लेखक, कवि सरस्वती प्रसाद रावत, इतिहास के महाविद्वान डॉक्टर यशवंत सिंह जी के साथ बैठक हैं जन लेखक संघ (रजिस्टर्ड) के राष्ट्रीय महासचिव महेन्द्र नारायण पंकज ( बिहार)
दिनांक 15/05/2022 को कैफी आजमी भवन लखनऊ के सभागार में साहित्यकार संजीव के अमृत महोत्सव के अवसर पर सुप्रसिद्ध कथाकार सुभाषचंद्र कुशवाहा ने संजीव के साहित्य पर अपनी बात रखते हुए कहा कि संजीव के नाटक और कथा में उनकी संवेदना और लोक जीवन भोजपुरी लोक नाटक के शेक्सपियर भिखारी ठाकुर का प्रभाव है । इस मौके पर जन आकांक्षा ( पत्रिका) के संपादक डॉक्टर महेन्द्र नारायण पंकज राष्ट्रीय महासचिव जन लेखक संघ ( बहुजन लेखकों का महासंघ) रजिस्टर्ड केन्द्रीय कमिटी,केन्द्रीय कार्यालय डॉक्टर मधेपुरी मार्ग, साहित्यकार नगर, वार्ड नंबर एक, मधेपुरा, बिहार ने जन लेखक संघ ( रजिस्टर्ड) की केन्द्रीय पत्रिका जन आकांक्षा की एक प्रति भेंट की ।
दिनांक 15/05/2022 को संजीव अमृत महोत्सव में प्रसिद्ध आलोचक वीरेंद्र यादव ( लखनऊ) को जन आकांक्षा ( पत्रिका) पत्रिका के संपादक डॉक्टर महेन्द्र नारायण पंकज राष्ट्रीय महासचिव जन लेखक संघ ( बहुजन लेखकों का महासंघ) रजिस्टर्ड केन्द्रीय कमिटी,केन्द्रीय कार्यालय डॉक्टर मधेपुरी मार्ग, साहित्यकार नगर, वार्ड नंबर एक, मधेपुरा,बिहार। मोबाइल नंबर 8292155378
Sahityakar Dr. Mahendra Narayan Pankaj addressing in Nepal
Lokarpan of Jan Aakanchha Magazine under the banner of Bhartiya Jan Lekhak Sangh at New Delhi by the VIPs From (L to R)- Dr.Hemlata Yadav, Mr.M.N.Pankaj (National General Secretary BJLS), Dr.Gajendra Kumar Meena (Gujrat), Prof(Dr.)Rajesh Pal (National President), Dr.Jai Prakash Kardam (Director), Mr.Khem Nepali (Nepal), Madhu Pokhrel (Nepal), Mr.Bhawani Prasad Pokhral (Nepal), Mr.Hira Lal Rajsthani (Delhi), Mr.Ram Babu Dahal (Nepal).
National President Prof.(Dr) Rajesh Pal (Uttrakhand) addressing the Second National Meet of Bhartiya Jan Lekhak Sangh at Gandhi Pratishthan, New Delhi(14-15 Jan 2018). VIPs Sitting (From L to R) - (Rastriya Mahasachiv), Prof(Dr) Gajendra kumar Meena (Gujrat), Dr.Jai Prakash Kardam (Director) of Central Hindi Training Institute , Govt. of India), Mr.Khem Napali & Madhu Pokhrel, Mr.Hira Lal Rajesthani (Delhi), Mr.Ram Babu Dahal & Retu Ashik.
Dr.P.M.Topna (Ranchi University) addressing the 2nd National Meet of Bhartiya Jan Lekhak Sangh at Gandhi Shanti Pratishthan , New Delhi along with the authorities sitting From (L to R)- Mr.Mahendra Narayan Pankaj (Rastriya Mahasachiv), Prof(Dr.)Rajesh Pal (Dehradoon), Dr.Jai Prakash Kardam, Khem Nepali, Madhu Pokhrel, Bhawani Pokhrel (All from Nepal), Mr.Hira Lal Rajsthani (Delhi), Ram Babu Dahal (Nepal), Ritu Aashik & others.
National General Secretary of Bhartiya Jan Lekhak Sangh Sri Mahendra Narayan Pankaj addressing 2nd National Conference at Gandhi Shanti Pratisthan, New Delhi-2 in presence of Mrs. Nitisha Khalkho (J.N.U, New Delhi).
Prof(Dr) Rajesh Pal, National President of Bhartiya Jan Lakhak Sangh, addressing 2nd National Conference (14-15 January, 2018) at Gandhi Shanti Pratisthan, New Delhi-2, in presence of (L to R)- Mrs Nitisha Khalkho (Jharkhand), Mr.Mahendra Narayan Pankaj (Rastriya Mahasachiv, Bihar), Sri Ram Kumar Gautam (Allahabad), Prof(Dr.) Surinder Kaur Neelam (Ranchi, Jharkhan), Madhu Pokharail (Nepal) & Bhawani Pokharail (Nepal).
Prof (Dr) Rajesh Pal (Uttarakhand) addressing the 2nd National BJLS conference at New Delhi in presence of (L to R) Shri Bhawani Prasad Pokhrail (Nepal), Mr.Natisha Khalkho (JNU) and BJLS National General Secretary Mr.Mahendra Narayan Pankaj (Bihar).
Dr.Dharm Chand Vidyalankes of Haryana addressing the BJLS conference & From (L to R) Mr.Raj Kumar Itihaskar (Lucknow), Dr.Lalti Devi (Lucknow), Prof(Dr) Rajesh Pal (Uttrakhand), Dr.Hemlata Yadav (New Delhi), Mrs Khem Nepali (Nepal), Mr.Madhu Pokhrail (Nepal).
Bhartiye Jan Lekhak Sangh Upcoming Meeting in Jharkhand
9 जुलाई 2017 को लखनऊ में सम्मेलन
उद्देश्य एवं कार्यक्रम
1. भारतीय जन लेखक संघ जनवादी धारा से जुड़ा और जनतांत्रिक, प्रगतिशील, पंथनिरपेक्ष मूल्यों पर आधारित साहित्यिक संगठन है |
2. जनतांत्रिक, प्रगतिशील व प्रतिरोध के साहित्य के लेखन का प्रचार-प्रसार करना तथा प्रकाशन करना | सामंतवाद, जातिवाद, छुआछूत, अंधविश्वास, रुढ़िवादिता, सांप्रदायिकता, फांसीवाद, साम्राज्यवाद, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद, अलगाववाद व ब्राह्मणवादी पितृसत्तात्मक सामंती सोच का विरोध करना | जनता के सभी न्यायपूर्ण संघर्ष का समर्थन करना |
3. सामंती, साम्राज्यवादी, भोगवादी पतनशील पूंजीवादी लेखन व संस्कृति का विरोध करना |
4. लेखकों के लिए सम्मेलनों, संगोष्ठियों तथा अध्ययन केंद्रों और कार्यशालाओं का आयोजन करना |
5. समान विचारधारा के लेखक व सांस्कृतिक संगठन के साथ संयुक्त मोर्चा बनाना |
6. विश्व के सभी देशों के सभी भाषाओं के जनतांत्रिक लेखकों और संस्कृतिकर्मियों एवं साहित्यप्रेमियों, बुद्धिजीवियों के साथ संबंध स्थापित करना |
7. देश में जातिविहीन, वर्गविहीन समाज की स्थापना करने के लिए लेखन व संघर्ष करना |
8. आर्थिक स्वाधीनता, जनवाद, वैज्ञानिक समाजवाद, समानता एवं सामाजिक न्याय के समर्थन में जनहित के लिए लेखन व संघर्ष करना |
9. देश की शोषित-पीड़ित जनता को सामाजिक, आर्थिक आजादी के लिए जागरुक करना एवं निरक्षरों के बीच शिक्षा का प्रचार-प्रसार करने के लिए साक्षरता अभियान चलाना |
10. लेखकों के हितों की रक्षा करना |
11. विभिन्न भाषाई राज्यों के आधार पर लेखकों का राष्ट्रीय संगठन निर्माण करना तथा राष्ट्रीय संगठन से संबन्ध स्थापित करना |
12. भारत के बहुजन लेखकों से संपर्क कर सदस्य बनाना |