उद्देश्य एवं कार्यक्रम
1. भारतीय जन लेखक संघ जनवादी धारा से जुड़ा और जनतांत्रिक प्रगतिशील पंथनिरपेक्ष मूल्यों पर आधारित साहित्यिक संगठन है
2. जनतांत्रिक प्रगतिशील व प्रतिरोध के साहित्य के लेखन का प्रचार प्रसार करना तथा प्रकाशन करना सामंतवाद जातिवाद छुआछूत अंधविश्वास रुढ़िवादिता सांप्रदायिकता फांसीवाद साम्राज्यवाद सांस्कृतिक राष्ट्रवाद अलगाववाद व ब्राह्मण वादी पितृसत्तात्मक सामंती सोच का विरोध करना जनता के सभी न्याय पूर्ण संघर्ष का समर्थन करना
3. सामंती साम्राज्यवादी भोगवादी पतनशील पूंजीवादी लेखन वह संस्कृति का विरोध करना
4. लेखकों के लिए सम्मेलनों संगोष्ठियों तथा अध्ययन केंद्रों और कार्यशाला का आयोजन करना
5. समान विचारधारा के लेखक व सांस्कृतिक संगठन के साथ संयुक्त मोर्चा बनाना
6. विश्व के सभी देशो के सभी भाषाओं के जनतांत्रिक लेखकों और संस्कृति कर्मियों एवं साहित्य प्रेमियों बुद्धिजीवियों के साथ संबंध स्थापित करना
7. देश में जाति विहीन वर्ग विहीन समाज की स्थापना करने के लिए लेखन व संघर्ष करना
8. आर्थिक स्वाधीनता जनवाद वैज्ञानिक समाजवाद समानता एवं सामाजिक न्याय के समर्थन में जनहित के लिए लेखन व संघर्ष करना
9. देश की शोषित पीड़ित जनता को सामाजिक आर्थिक आजादी के लिए जागरुक करना एवं निरक्षरों के बीच शिक्षा का प्रचार प्रसार करने के लिए साक्षरता अभियान चलाना
10. लेखकों के हितों की रक्षा करना
11. विभिन्न भाषाई राज्यों के आधार पर लेखकों का राष्ट्रीय संगठन निर्माण करना तथा राष्ट्रीय संगठन से संबन्ध स्थापित करना
12. भारत की बहुजन लेखकों से संपर्क कर सदस्य बनाना